वीरपुर(सुपौल),निसं:कोसी नदी के जलस्त्राव में हुई व्यापक बढ़ोतरी के बाद नेपाल प्रभाग के पांच स्परों पर नदी अपना दवाब बनाये हुए है, वहीं भारतीय प्रभाग में पूर्वी तटबंध के आठ स्परों तथा पश्चिमी तटबंध के सिकरहट्टा-मझारी लो बांध के भी पांच बिन्दुओं पर आक्रमण है। जानकारी अनुसार कोसी के नेपाल प्रभाग के फुल्टेगौड़ा स्थित स्पर संख्या 11 एवं 12 पर नदी का व्यापक दवाब है। दवाब के कारण स्पर संख्या 12 का अग्रभाग खतरे में आ गया है। वहीं पूर्वी बाहोत्थान बांध के 25.25 किमी 25.57 किमी एवं 26.30 किमी स्परों पर भी नदी का दवाब अधिक है। इसी तरह भारतीय प्रभाग के पूर्वी कोसी तटबंध के 9.25 किमी, 10.00 किमी, 21.60 किमी, 22.70 किमी, 27.01 किमी, 50.40 किमी से 50.80 किमी एवं 82.25 किमी पर भी नदी का आक्रमण है। 21.60 किमी स्पर पर दवाब के कारण नोज का क्षरण बदस्तूर जारी है। पश्चिमी कोसी तटबंध के सिकरहट्टा-मझारी लो बांध के 6.00 किमी, 8.20 किमी, 13.20 किमी एवं 19.20 किमी से 20.250 पर भी नदी दवाब बनाये रखे हुए हैं। शुक्रवार की सुबह 6 बजे नदी का जलस्त्राव बराह क्षेत्र में 1,12,600 क्यूसेक तथा कोसी बराज पर 1,35,745 क्यूसेक रिकार्ड किया गया, वहीं दिन के दो बजे बराह क्षेत्र में 1,25,300 क्यूसेक तथा बराज पर 1,46,580 क्यूसेक बढ़ते क्रम में रिकार्ड किया गया। मुख्य अभियंता के तकनीकि सलाहकार सुशील कुमार सिंह ने बताया कि दवाबों के बावजूद भी दोनों प्रभाग पूर्णत: सुरक्षित हैं। दवाब वाले स्परों पर बचाव कार्य जारी है।
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