अब तक बाहर नहीं भेजा गया सुलेमान को
सुपौल : सदर अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा रेफर किये जाने के दस दिन बाद भी जेल प्रशासन ने सुलेमान के इलाज के प्रति तत्परता नहीं दिखायी है. चिकित्सकों का कहना है कि विचाराधीन कैदी सुलेमान का समय पर इलाज नहीं हो पाने के कारण अब शल्य क्रिया के बाद ही टूटी हुई हड्डी जुड़ सकती है.
बीते 19 जून को मंडल कारा में चापाकल के समीप फिसल जाने के कारण मधेपुरा जिले के बभनी निवासी विचाराधीन कैदी मो सुलेमान के कूल्हे की हड्डी टूट गयी थी. उसे प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा गत 20 जून को बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर किया गया था.
बेड पर पड़ा है सुलेमान
सदर अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में बेड संख्या 25 पर बीते 11 दिनों से बिना उपचार के पड़े सुलेमान को अब लेटने में भी दिक्कत हो रही है. सुलेमान की पत्नी बीबी सकीना ने बताया कि रेफर किये जाने के बाद चिकित्सकों द्वारा उपचार नहीं किये जाने व जख्म के और अधिक तकलीफदेह हो जाने के कारण चलने फिरने से लाचार उसके पति को अब लेटने में भी परेशानी हो रही है.
सकीना को इस बात का आश्चर्य है कि बोर्ड बैठने के चार दिन बाद भी सुलेमान को बेहतर उपचार के लिए बाहर भेजने की दिशा में जेल प्रशासन गंभीर नहीं दिख रहा है
No comments:
Post a Comment