घरों से नहीं निकला बाढ़ का पानी
* नदी के जलस्तर में कमी के बावजूद कम नहीं हो रही लोगों की परेशानी
किसनपुर : बराह क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण कोसी नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि से तटबंध के भीतर निवास करने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. प्रखंड के आधा दर्जन पंचायत में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने के बाद स्थिति विकाराल बनी हुई है.
किसनपुर : बराह क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण कोसी नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि से तटबंध के भीतर निवास करने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. प्रखंड के आधा दर्जन पंचायत में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने के बाद स्थिति विकाराल बनी हुई है.
शनिवार को नदी के जलस्तर में कमी के बावजूद अब तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के घरों से पानी नहीं निकल सका है. वहीं प्रशासनिक सहायता व नाव की अनुपलब्धता ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है.
प्रखंड के परसामाधो, बौराहा, नौवाबाखर, मौजहा, दुबियाही, किसनपुर उत्तर व दक्षिण पंचायत में बाढ़ की स्थिति विकराल बनी हुई है. इस कारण अधिकांश लोग पलायन कर गये हैं. सबसे बड़ी समस्या पशु चारा की है. बाढ़ के कारण पशु चारा बरबाद हो जाने, खेतों में लगी फसल व कास खड़ के डूब जाने से पशुपालकों के समक्ष परेशानी है.
अंचल प्रशासन द्वारा 15 जून से बाढ़ अवधि घोषित किये जाने के एक माह बाद भी तटबंध के भीतर केवल आधा दर्जन नाव उपलब्ध करायी गयी है. बाढ़ग्रसित मानिकपुर, गोढियारी गांव के बिसुनदेव यादव, लखन मुखिया, कमल मुखिया, बलदेव मुखिया,सोने लाल यादव, बद्री राय आदि ने शनिवार को अंचल कार्यालय पहुंच कर पर्याप्त मात्रा में सरकारी नाव उपलब्ध कराने की मांग की. प्रतिवर्ष प्रखंड के तटबंध के भीतर 70 से 80 नाव उपलब्ध करायी जाती थी, लेकिन इस वर्ष केवल आधा दर्जन सरकारी नाव ही उपलब्ध करायी गयी है.
* कहते हैं सीओ
अंचलाधिकारी नवीन चंद प्रसाद ने बताया कि आवश्यक स्थानों पर नाव उपलब्ध कराया गया है. अन्य जगहों के लिए मांग के अनुसार नाव उपलब्ध कराया जायेगा.
अंचलाधिकारी नवीन चंद प्रसाद ने बताया कि आवश्यक स्थानों पर नाव उपलब्ध कराया गया है. अन्य जगहों के लिए मांग के अनुसार नाव उपलब्ध कराया जायेगा.
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