योजना राशि आवंटन के अभाव में कई योजनाएं दम तोड़ती नजर आ रही है. पुनर्वास हो या कन्या विवाह योजना लाभुकों को योजना लाभ के लिए महीनों कार्यालय का चक्कर लगाने को विवश होना पड़ रहा है.
सरकार द्वारा संचालित कई महत्वाकांक्षी योजनाएं राशि के अभाव में अपने उद्देश्य से कोसों दूर हैं. सरकारी उपेक्षा के कारण विभिन्न योजना के लाभुकों को योजना लाभ प्राप्त करना टेढी खीर साबित हो रहा है.
पुनर्वास योजना के लिए दी जाने वाली राशि पिछले नौ माह पूर्व ही खत्म हो चुकी है. इस मद की राशि नहीं मिल पाने के कारण संबंधित लाभुकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. कुसहा त्रसदी से प्रभावित परिवारों को बारिश के मौसम में सिर छुपाना भी मुश्किल हो रहा है.
पुनर्वास मद से प्रथम किस्त प्राप्त करने वाले सैकड़ों लाभुकों का भवन निर्माण लिंटर तक हो चुका है, जो दूसरे किस्त के लिए लंबे समय से परेशान हैं. इधर, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना भी राशि के अभाव में प्रभावित है.
विवाह पश्चात सभी आवश्यक कागजात जमा करने के बावजूद लाभुक योजना के लाभ के लिए बीते एक साल से कार्यालय परिसर में भटकते नजर आते हैं, जिन्हें बताया जाता है कि राशि नही हैं. आने के बाद मिलेगा. चुन्नी पंचायत की शोभा देवी, पम्पा देवी ने कार्यालय परिसर में गत शनिवार को बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए महीनों से चक्कर काट रहे हैं.
गौरतलब है कि योजनाओं के प्रावधान के तहत समय सीमा निर्धारित रहने के बावजूद राशि के अभाव में प्रावधान पर प्रश्न चिह्न् लग गया है, जिस कारण समय से लाभान्वित करने के लिए सरकारी घोषनाएं बेकार साबित हुई हैं.
कहते हैं बीडीओ
बीडीओ अवधेश कुमार राय ने बताया कि लाभुकों की संख्या के विरुद्ध आवंटन कम है. राशि के लिए समय से रिपोर्ट भेजने के बावजूद आवंटन अप्राप्त है.
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